Singer: Mohammad Rafi Music: Shankar-Jaikishan, Lyrics: Hasrat Jaipuri
या या
या या -३
( कभी हमने नहीं सोचा था ऐसा दिन भी आयेगा
पानी में आग लगेगी पत्थर भी पिघल जायेगा
देखो तुमसे अच्छा कौन है ) -२
या या -२
हरगिज़ न यक़ीं था हमको अनहोनी बात होगी
तुम जान हो दो आलम की और जान हमीं पर दोगी -३
कभी हमने नहीं सोचा था ऐसा दिन भी आयेगा
पानी में आग लगेगी पत्थर भी पिघल जायेगा
देखो तुमसे अच्छा कौन है
एक हुस्न की बहती गंगा तक़दीर भी बन जाये
प्यासे के पास नदी भी ख़ुद प्यास बुझाने आये -३
कभी हमने नहीं सोचा था ऐसा दिन भी आयेगा
पानी में आग लगेगी पत्थर भी पिघल जायेगा
देखो तुमसे अच्छा कौन है
या या -२
कब हमको ख़बर थी ऐ दिल रंगीन सहर भी होगी
जो आग़ है अपने दिल में वो आग़ उधर भी होगी -३
कभी हमने नहीं सोचा था ऐसा दिन भी आयेगा
पानी में आग लगेगी पत्थर भी पिघल जायेगा
देखो तुमसे अच्छा कौन है